हमने अपने से न जाने
कितने ही सवाल किये
जब खुद को टटोला तो
जवाब खुद ब खुद मिल गये
हम वो बनने की कोशिश करते रहे
जो हम कभी थे ही नहीं
खुद की तलाश में दूर तक गये
जब फुर्सत मिली इस दौड़ से
फिर जवाब. कुछ यूं मिले....
ईश्वर ने सबको नवाजा है
किसी न किसी बेशकीमती हुनर से
हमने भी खुद से नजदीकियां बढ़़ायी
अपनी पसंद-नापसंद की तलाश में
खुद को तराशने लगे
फिर हर सवाल के जवाब
अपने पास ही मिल गये
कमला शर्मा
No comments:
Post a Comment